माँ का आँचल, जवानी के भाग दौड़ माँ का आँचल, जवानी के भाग दौड़
लगता है मेरे ही हाथों कुल का विध्वंस लिखा है, लगता है मेरे ही हाथों कुल का विध्वंस लिखा है,
उसकी ख़्वाहिश किसे है उसकी ख़्वाहिश किसे है
ना अलफाज़ लिखा था ना अलफाज़ लिखा था
जो आपके बाहर है वो नहीं जो आपके बाहर है वो नहीं
लिखा है मैने तेरे लिए, अल्फाज़ मेरी तुम जान जाना.... लिखा है मैने तेरे लिए, अल्फाज़ मेरी तुम जान जाना....